(1) जवाली विधानसभा सीट को लेकर भाजपा में सियासी हलचल चरम पर है। 2022 से चल रही खींचतान अब खुलेआम सामने आ गई है। पूर्व विधायक अर्जुन सिंह ने आगामी चुनाव में अपनी टिकट पक्की होने का दावा कर दिया है, जिससे Jawali मंडल में सनसनी फैल गई है।
(2) हालांकि चुनावों में अभी दो वर्ष शेष हैं, लेकिन जवाली में राजनीतिक हलचल समय से पूर्व तेज हो गई है। हाल ही में एक नुक्कड़ सभा में भाजपा के पूर्व विधायक अर्जुन सिंह ने कहा कि जनता उन्हें पुनः जवाली का विधायक देखना चाहती है। उल्लेखनीय है कि पिछले चुनावों में पार्टी ने अर्जुन सिंह को टिकट न देकर संजय गुलेरिया को प्रत्याशी बनाया था। हालांकि गुलेरिया चुनाव मैदान में उतरे, लेकिन वे बहुत कम अंतर से हार गए थे।
ज्वाली 26 सितम्बर 2025, संपादक राम प्रकाश वत्स
जवाली। विधानसभा सीट को लेकर भाजपा में राजनीतिक गर्मी चरम पर है। 2022 से सुलग रही खींचतान अब खुलकर सामने आ गई है। पूर्व विधायक अर्जुन सिंह द्वारा आगामी चुनाव में अपनी टिकट पक्की होने का दावा करने से भाजपा के भीतर सियासी हलचल और गहरी हो गई है।
भाजपा के भीतर सूत्रों का कहना है कि अर्जुन सिंह के समर्थक इस बार टिकट उनके पक्ष में जाने की उम्मीद में हैं। वहीं, पूर्व भाजपा प्रत्याशी संजय गुलेरिया और अन्य मंडल पदाधिकारी इस दावे को लेकर असंतोष व्यक्त कर रहे हैं।
गत विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी की हार का ठीकरा अर्जुन सिंह के समर्थकों द्वारा फोड़ा गया था। यह पुराना घाव अब फिर से उभर आया है। संजय गुलेरिया ने साफ कहा कि अर्जुन सिंह ने वर्ष 2022 में टिकट न मिलने पर अपने घर से पार्टी का झंडा उतार दिया था और पार्टी के साथ सहयोग नहीं किया था।
कांग्रेस के पूर्व सीपीएस नीरज भारती ने भी अर्जुन सिंह पर आरोप लगाया कि चुनावों में उन्होंने फोन करके कहा था कि “हम आपके पिता के लिए वोट डालेंगे।” उन्होंने कहा कि आज जो लोग उनके साथ खड़े हैं, वही लोग हैं जिन्होंने पार्टी के साथ भितरघात किया था। अर्जुन सिंह के खिलाफ मंडल की ओर से पार्टी हाईकमान को अनुशासनहीनता के प्रस्ताव भेजा जाएगा।
भाजपा मंडल जवाली के अध्यक्ष डॉ. राजिंदर सिंह ने इस मामले पर स्पष्ट कहा कि अर्जुन सिंह ने मंडल को सूचित किए बिना बैठक की है, जो पूरी तरह से अनुशासनहीनता है। उन्होंने बताया कि जल्द ही मंडल की बैठक कर इस अनुशासनहीनता के खिलाफ प्रस्ताव पार्टी हाईकमान को भेजा जाएगा।
इस मौके पर भाजपा मंडल के महामंत्री सुलक्षण शर्मा कौल, एचएस मस्ताना, ग्रामीण केंद्र प्रमुख जर्म राज, बीएलओ सुरजीत कुमार सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।
राजनीतिक विश्लेषक कहते हैं कि जवाली विधानसभा सीट में इस बार भाजपा के भीतर टिकट को लेकर चल रही यह शीत युद्ध की चिंगारी न केवल मंडल स्तर पर, बल्कि प्रदेश स्तर पर भी हलचल पैदा कर सकती है। आगामी चुनावों में यह विवाद किस दिशा में जाएगा, यह वक्त के साथ ही स्पष्ट होगा।

