Reading: धमेटा की दर्दनाक रात — संदिग्ध हालात में मौत, सवालों के कटघरे में पति पक्ष

धमेटा की दर्दनाक रात — संदिग्ध हालात में मौत, सवालों के कटघरे में पति पक्ष

RamParkash Vats
4 Min Read

पल्ववी और शम्मी—एक ही पंचायत, अलग गांव, और प्रेम प्रसंग। घर वालों की असहमति के बावजूद दोनों ने साढ़े तीन साल पहले शादी की थी। दोनों अपने पिता का साया पहले ही खो चुके थे। अब पल्ववी पीछे छोड़ गई वही, जो उसकी सबसे बड़ी कमजोरी भी था और सबसे बड़ा सहारा भी—दो साल का मासूम बेटा।

गांव में फुसफुसाहटें तेज हैं—
“ससुराल में कलह रहती थी…”
“लड़ाई-झगड़ा आम था…”
“कई बार रोती थी…”

सवाल उठ रहे हैं—क्या ये वाकई आत्महत्या थी? या फिर एक और बहू दबावों के नीचे कुचली गई?

मृतका की चाची नीमा कुमारी ने बेहद गंभीर आरोप लगा उन्हें पंचायत प्रधान ने फोन कर सिर्फ इतना कहा—“लड़की ने फांसी लगा ली, जल्दी आ जाओ”

जब परिवार वहां पहुंचा, कमरा खाली कराया जा चुका था, सामान बाहर निकाल दिया गया था।शव को पहले ही नीचे उतार दिया गया था, यानी घटनास्थल बदल चुका था

सबसे बड़ा सवाल—पल्ववी का वजन करीब 45 किलो, लेकिन पंखे के पर बिल्कुल सलामत, कोई टूट-फूट नहीं

बच्चे की आंखों में सवाल, मां की लाश पर मातम

घर के आंगन में जैसे समय ठहर गया है।
एक मां बेटे को सीने से चिपकाकर बैठी है,
और वही बेटा उस शरीर को ढूंढ रहा है,
जो कल तक उसे गोद में झुलाती थी।

गांव स्तब्ध है—लोग चुप हैं, पर निगाहें बोल रही हैं।
सबकी ज़ुबान पर वही सवाल—
“सच क्या है?”

पुलिस जांच जारी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतज़ार

फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज किया है।पोस्टमार्टम रिपोर्ट, कॉल डिटेल्स, और पति व ससुराल पक्ष से पूछताछ के बाद असली वजह सामने आएगी।
अगर हत्या का संदेह मजबूत हुआ, तो मामला आगे बढ़ेगा।

आखिर कब तक?

धमेटा की यह घटना सिर्फ पुलिस डायरी का केस नहीं,
यह एक समाज की चुभती हुई सच्चाई है—जहां चुप्पी भी कई बार चीखती है।जांच जारी है… और सबकी नज़रें अब पुलिस पर टिक गई हैं।

Share This Article
Leave a comment
error: Content is protected !!